निशुल्क सेवा के लिए परिजनों ने डॉक्टरों का जताया आभार
नन्ही बच्ची का हुआ ऑपरेशन, अब नहीं दिखेगा कटा होंठ, माता-पिता के चेहरे पर लौटी मुस्कान
गैरतगंज एमपी. अपने बच्चों की मुस्कान देख कर माता-पिता अपनी सारी दुख तकलीफें भूल जातें है। लेकिन बच्चे को किसी तरह की परेशानी आए तो माता-पिता चिंतित रहते। गैरतगंज तहसील के सुल्तानजहांपुर निवासी अमित यादव भी इसी तरह की परिस्थितियों से गुजरे। उनकी पुत्री तक्षवी यादव के जन्म से ही होंठ कटे हुए थे। बताया जाता है कि इस तरह की जन्मजात विकृति भारत में प्रति दस हजार बच्चों पर नौं बच्चों को पाई जाती है।
इस समस्या की जानकारी जब आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनिया जैन और डॉ. अंकुर जैन की आरबीएसके टीम को मिली तो उन्होंने तत्काल बच्ची के माता-पिता से संपर्क किया। इसके बाद बच्ची को देखा और प्राथमिक जांच कर बीएमओ डॉ. अरनिष्ठ लाल से जानकारी साझा करते हुए भोपाल के बड़े अस्पताल में सर्जरी के लिए पहुंचाया। जहां बच्ची का नि:शुल्क सरल ऑपरेशन किया गया और अब बच्ची उपचार के बाद वापस अपने घर आ चुकी है। पिछले गुरुवार को बीएमओ डॉ. अरनिष्ठ लाल, डॉ. अंकुर जैन एवं बीसीएम जितेंद्र जैन ने दोबारा बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कर देखा तो बच्ची पूर्णत: स्वस्थ है। वहीं परिजन भी उपचार से संतुष्ट दिखे और उन्होंने शासन की कल्याणकारी योजनाओं सहित डॉक्टर्स के अथक प्रयासों की सराहना की। गौरतलब है की सिविल अस्पताल गैरतगंज की इस आरबीएसके टीम ने पूर्व में भी अपने प्रयासों से शासकीय योजनाओं के माध्यम से कई जरूरतमंद बच्चों की सर्जरी नि:शुल्क करवाई है। जिनमें ह्रदय रोग, मुड़ा हुआ पैर,कान के पर्दे में छेद, दंत रोग, कॉकलियर इम्प्लांट, कटा होंठ एवं तालू आदि शामिल हैं।
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